प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी का मनाली दौरा पूरी तरह से निराशाजनक
न ही स्वास्थ्य क्षेत्र के लिए कोई बड़ी घोषणा और ना ही पर्यटन के क्षेत्र के लिए कोई आर्थिक पैकेज दिया

मनाली(नितिन शर्मा)। मनाली विधानसभा कांग्रेस अध्यक्ष हरी चंद शर्मा ने पत्रकार वार्ता में कहा की 3 अक्टूबर 2020 का जो दिन है वह मनाली, लाहौल स्पीति औरसंपूर्ण देश के लिए ऐतिहासिक रहा इस दिन रोहतांग अटल टनल को देश के लिए खोला गया जिससे सेना को बॉर्डर पर रसद पहुंचाने में आसानी होगी और लाहुलस्पीति के लोगों को जो 6 महीने के लिए वर्फ में कैद रहना पड़ता था उससे आजादी मिल गई। पर यहां गौर करने वाली बात है आदरणीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने रोहतांग अटल टनल का शुभारंभ किया परंतु जब उन्होंने अपना भाषण दिया तो उसमें सिर्फ भाजपा व भाजपा के नेताओं के इस सुरंग निर्माण में योगदान की ही बात की गई जबकि कांग्रेस के नेताओं पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय श्रीमती इंदिरा गांधी जी व पूर्व प्रधानमंत्री श्री मनमोहन सिंह जी का और तत्कालीन यूपीए अध्यक्ष श्रीमती सोनिया गांधी जी का इसमें इसके निर्माण में अतुलनीय योगदान रहा है। माननीय प्रधानमंत्री जी ने अपने भाषण में इस बात पर भी पूरी चुप्पी साध कर रखी की रोहतांग टनल की आधारशिला किसने और किस दिन रखी। शर्मा ने कहा की यह दिन और भी ऐतिहासिक हो सकता था परंतु वर्तमान सरकार ने इसे सिर्फ एक पार्टी का समारोह मात्र बनाकर रखा। समारोह में स्थानीय विपक्षी पार्टी के जनप्रतिनिधियों को कोई निमंत्रण नहीं दिया गया। प्रधानमंत्री के मनाली दौरे से मनाली वासियों व हिमाचल को ढेरों उम्मीदें थी जो धूमिल हो गई। मनाली के लोगों को यह उम्मीद थी कि जब प्रधानमंत्री मनाली आएंगे तो मनाली के लोगों के लिए कोई नई सौगात लेकर आएंगे। प्रधानमंत्री जी अपने पूरे भाषण में इस क्षेत्र में नई सौगात देने के बजाय लोगों को कुलवी भाषा के मोह जाल में फसाते नजर आये। इसके अलावा कुछ भी नया उनके भाषण में नहीं था। इस क्षेत्र के लोगों को प्रधानमंत्री मोदी जी से उम्मीद थी की बे पर्यटन क्षेत्र व स्वास्थ्य क्षेत्र में कोई बड़ी घोषणाएं करेंगे परंतु लोगों के हाथ निराशा ही लगी मनाली विधानसभा कांग्रेस कमेटी ने भी माननीय प्रधानमंत्री जी से आग्रह किया था कि अंतरराष्ट्रीय पर्यटन स्थल मनाली जो देश का प्रसिद्ध स्थान है पर्यटन क्षेत्र को राहत देने के लिए आर्थिक पैकेज दिया जाए और भुंतर एयरपोर्ट का विस्तारीकरण किया जाए तथा मनाली में पीजीआई स्तर एक हॉस्पिटल बनाया जाए। जो करोना महामारी में पूरी तरह से पिछड़ चुका है क्योंकि इस क्षेत्र में 80 फीसदी लोगों का रोजगार जुड़ा हुआ है परंतु प्रधानमंत्री जी द्वारा इन क्षेत्रों के लिए अपने भाषण में कोई जिक्र नहीं किया गया। शर्मा ने कहा की क्षेत्र के लोग प्रधानमंत्री के दौरे से पूरी तरह हताश और निराश है।